ऑस्ट्रेलिया के सामने ढही कैरेबियाई दीवार, 27 रन पर पूरी टीम पवेलियन
वेस्टइंडीज- ऑस्ट्रेलिया के बीच किंग्सटन में खेले जा रहे तीसरे टेस्ट में तब हाहाकार मच गया, जब पूरी टीम सिर्फ 27 रन पर ऑल आउट हो गई. ऑस्ट्रेलिया की धारदार गेंदबाजी ने मेजबानों के ऐसे पांव उखाड़े कि उनके लिए अपनी ही जमीन के 22 गज के एरिया में टिके रहना मुश्किल हो गया. वेस्टइंडीज की टीम अपनी दूसरी पारी में ताश के पत्तों की तरह बिखर गई. नतीजा, ये हुआ कि टेस्ट क्रिकेट में उन्हें अपने सबसे छोटे टोटल से दो-चार होना पड़ा. अब जब सबसे छोटा स्कोर बनाया तो सदियों पुराना रिकॉर्ड टूटता और वर्ल्ड रिकॉर्ड टूटने से बाल-बाल बचता भी दिखा.
वेस्टइंडीज की ऐसी दुर्गति पहले कभी नहीं हुई
ऑस्ट्रेलिया ने किंग्सटन टेस्ट जीतने के लिए वेस्टइंडीज के सामने 204 रन का लक्ष्य रखा था. मगर किसी को क्या पता था कि इस लक्ष्य के आगे वो ऐसे घुटने टेकेगी कि टेस्ट क्रिकेट का इतिहास ही उलट-पुलट हो जाएगा. वेस्टइंडीज के स्कोर बोर्ड पर पहले रन नहीं लगे, उसके विकेटों का खाता खुल गया. सिर्फ जीरो के स्कोर पर टीम ने अपने 3 विकेट गंवा दिए. ये तीनों विकेट एक ही ओवर में गिरे. 5वें ओवर में जाकर टीम को 2 और झटके लगे. जबकि छठे ओवर में तो आधी टीम पवेलियन में बैठी दिखी. इस वक्त तक वेस्टइंडीज के स्कोर बोर्ड ने मुश्किल से दहाई के आंकड़े को पार ही किया था.
अब जब टॉप के 6 बल्लेबाज कुछ नहीं कर पाए तो नीचले क्रम से उम्मीद का दामन पालना बेईमानी ही थी. देखते ही देखते ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के आगे उन्होंने भी सरेंडर कर दिया. और, इस तरह से वेस्टइंडीज ने टेस्ट क्रिकेट में अपने सबसे छोटे स्कोर की स्क्रिप्ट लिखी. इससे पहले उसका सबसे छोटा स्कोर 47 रन का था, जो उसने 2004 में इंग्लैंड के खिलाफ खेले टेस्ट में बनाया था.
WI vs AUS टेस्ट में टूटा 129 साल पुराना रिकॉर्ड
अब वेस्टइंडीज ने तो टेस्ट में अपना सबसे छोटा स्कोर बनाया मगर साथ में 129 साल पुराना रिकॉर्ड भी तोड़ा. दरअसल, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 27 रन पर ऑल आउट होकर वेस्टइंडीज ने टेस्ट क्रिकेट के इतिहास का दूसरा सबसे लोएस्ट स्कोर बनाया. इस तरह उसने 1896 में साउथ अफ्रीका के इंग्लैंड के खिलाफ बनाए 30 रन के रिकॉर्ड को तोड़ दिया.
बाल-बाल बचा वर्ल्ड रिकॉर्ड
टेस्ट क्रिकेट में सबसे लोएस्ट टोटल का वर्ल्ड रिकॉर्ड 26 रन का है, जो न्यूजीलैंड ने इंग्लैंड के खिलाफ 70 साल पहले यानी 1955 में खेले टेस्ट मैच में बनाए थे. मतलब, वेस्टइंडीज के हाथों वर्ल्ड रिकॉर्ड भी टूटने से बाल-बाल ही बचा है.