What India Thinks Today 2025 Summit: व्हाट इंडिया थिंक्स टुडे के तीसरे संस्करण के दूसरे दिन इवेंट में पहुंचे बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने सवालों के खुलकर जवाब दिए. इस बीच वह पूरी तरह से जोश में नजर आए. उन्होंने औरंगजेब को लेकर भी अपनी राय रखी. उनसे जब आजादी से पहले अंग्रेजों की ब्रिटिश हुकूमत की क्रूरता पर बात की गई तो वह इस सवाल पर फंसते नजर आए. हालांकि, उन्होंने बड़ी बेबाकी से अपनी बात को रखते हुए जवाब दिया.

पंडित धीरेंद्र शास्त्री से सवाल किया गया कि जब आप हिन्दू राष्ट्र की बात करते हैं, तो क्या भारत को कॉमनवेल्थ ग्रुप से निकल जाना चाहिए? उनसे पूछा गया कि अंग्रेजों ने बड़े बड़े अत्याचार किए जुल्म किए, क्या भारत को उस ग्रुप से निकल जाना चाहिए? इस सवाल का जवाब उन्होंने अपने अंदाज में देते हुए भारत को कॉमनवेल्थ ग्रुप में बने रहने को सही करार दिया.

‘अंग्रेजों को भी समझ आया कि हमने भूल की’

सवाल के जवाब पर बाबा बागेश्वर ने कहा कि ‘जिन अंग्रेजों ने जुल्म किया, उनके जितने भी स्थान हैं, उनपर हम सब बार बार सुधार कर रहे हैं. भारत नवनिर्माण कर रहा है, तरह तरह के बदलाव भारत कर रहा है.’ धीरेंद्र शास्त्री ने सवाल के जवाब में आगे कहा कि ‘कॉमनवेल्थ एक अंतराष्ट्रीय नियम हैं, इसमें देश के प्रगति के लिए, एशिया की प्रगति के लिए उसमें केवल एक देश नहीं होता और भी देश होते हैं. वर्तमान में अंग्रेजों को भी समझ आया कि हमने भूल की भारत पर अत्याचार करके वो भी इसमें सुधार कर रहे हैं.’

‘इस देश में छत्रपति वीर शिवाजी और संभाजी महान हैं’

इस बीच उन्होंने कहा कि औरंगजेब ने ऐसा कभी स्वीकार किया और न उसके खानदान ने स्वीकार किया. बात यह हो रही है कि उसे हीरो बताया जा रहा है. उसे महान बताया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इस देश में बाबर, अकबर और औरंगजेब महान नहीं, रघुवर महान हैं. इस देश में छत्रपति वीर शिवाजी और संभाजी महान हैं. इस देश में स्वामी विवेकानन्द महान हैं. इस देश में हमारे पूजने की पहले से व्यवस्था है. हम दूसरे को तब पूजे जब हमारे यहां घट जाएं.’