दिल्ली में कोविड संक्रमण बढ़ा, 24 घंटे में 64 नए केस और एक युवती की मौत

दिल्ली: देश सहित राजधानी दिल्ली में बेशक कोरोना का नया वेरिएंट बहुत ज्यादा घातक दिखाई ना दे रहा हो, लेकिन पहले से बीमार लोगों के लिए यह वेरिएंट जानलेवा साबित हो रहा है. बुधवार को हुई एक 22 वर्षीय युवती की मौत को मिलाकर अकेले दिल्ली में जनवरी से अब तक अब तक 5 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि पूरे देश में अब तक 44 मौतें हो चुकी हैं.
दिल्ली में पिछली दो मौतें 22 साल की दो महिलाओं की हुई और दोनों पहले से टीबी की मरीज रह चुकी हैं. यानी पहले से बीमार और कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोगों के लिए भी यह वेरिएंट जानलेवा साबित हो रहा है. इसलिए बीमार और बुजुर्ग लोगों को इस वेरिएंट से बचकर रहना चाहिए. वर्तमान में कोरोना के नए वेरिएंट की वजह से दिल्ली में जो मामले आ रहे हैं, उन्हें एक्सपर्ट सामान्य इंफ्लूएंजा की तरह ही बता रहे हैं. ऐसे में एक और 22 साल की महिला की मौत होना चिंताजनक कही जा सकती है.
दिल्ली HC ने केंद्र से सैंपलिंग की डिटेल मांगी
देशभर में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच दिल्ली हाईकोर्ट ने केंद्र सरकार को निर्देश दिया है कि वो कोरोना के सैंपल एकत्र करने को लेकर अपनाई जाने वाले स्टैंडर्ड आपरेटिंग प्रोसीजर (SOP) पर स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करें. जस्टिस अनीश दयाल ने केंद्र सरकार को 18 जुलाई तक स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने के निर्देश दिया.
डॉक्टर की सलाह से ही टेस्ट कराएं
डॉक्टर ने बताया कि जब तक लक्षण ना हो तब तक किसी को भी जांच कराने की जरूरत नहीं है. हल्का, बुखार, सर्दी खांसी जुकाम होने पर कभी खुद से टेस्ट ना कराएं. डॉक्टर को दिखाने के बाद डॉक्टर की सलाह से ही टेस्ट कराएं. कोविड का यह जो स्ट्रेन है यह ज्यादा घातक नहीं है. कोरोना की जो लहर पहले आई थी उसमें लोगों को बहुत ज्यादा समस्या हुई थी. ICU में एडमिट होने की जरूरत पड़ी थी. ऑक्सीजन की जरूरत पड़ी थी. लेकिन इस बार ऐसा कुछ भी नहीं है किसी को भी ICU की जरूरत नहीं पड़ रही है.