लखनऊ: रेप के आरोपी का एनकाउंटर, पुलिस फायरिंग में मारा गया
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के आलमबाग थाना क्षेत्र में बीते पांच जून को 3 साल की मासूम दिव्यांग बच्ची के साथ रेप की घटना हुई थी. इस घटना को अंजाम देने वाले आरोपी दीपक वर्मा को पुलिस ने 24 घंटे के भीतर ढूंढ निकाला. गुरुवार देर रात कैंट-आलमबाग बॉर्डर के पास देविखेड़ा रोड पर पुलिस और आरोपी के बीच हुई मुठभेड़ में दीपक वर्मा को गोली लगी, जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
रेप की घटना 5 जून 2025 को आलमबाग के चंदन नगर मेट्रो स्टेशन के पास हुई, जहां एक 3 साल की दिव्यांग बच्ची के साथ दरिंदगी की गई थी. बच्ची की गंभीर हालत को देखते हुए उसे तुरंत लोकबंधु अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से उसे केजीएमयू रेफर किया गया. वर्तमान में बच्ची का इलाज चल रहा है और उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है.
कैसे पुलिस आरोपी तक पहुंची?
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) मध्य आशीष कुमार श्रीवास्तव ने तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए. आरोपी की तलाश के लिए 5 विशेष टीमें गठित की गईं, जो सीसीटीवी फुटेज और स्थानीय सूत्रों की मदद से दीपक वर्मा तक पहुंचीं. पुलिस ने आरोपी पर 1 लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया था.
पुलिस की टीम पर आरोपी ने की फायरिंग
गुरुवार रात को डीसीपी मध्य की क्राइम टीम और आलमबाग थाना पुलिस ने देविखेड़ा रोड पर दीपक वर्मा को घेर लिया. पुलिस के मुताबिक, जब उसे रोकने का प्रयास किया गया तो उसने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी. जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने गोली चलाई, जिसमें दीपक वर्मा गंभीर रूप से घायल हो गया. उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
क्या बोले डीसीपी?
डीसीपी मध्य आशीष श्रीवास्तव ने बताया, “आरोपी दीपक वर्मा के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था. हमारी टीमें 24 घंटे से उसकी तलाश में जुटी थीं. मुठभेड़ के दौरान आत्मरक्षा में पुलिस को गोली चलानी पड़ी, जिसमें आरोपी की मृत्यु हो गई.
इस पूरे मामले में बच्ची के परिजन और स्थानीय लोगों ने पुलिस से सख्त कार्रवाई की मांग की थी. सोशल मीडिया पर भी इस घटना को लेकर लोगों में गुस्सा देखा गया, पुलिस ने जनता से शांति बनाए रखने की अपील की थी और भरोसा दिलाया था कि मामले की गहन जांच की जाएगी.